मैंने तो जीना शुरू ही नहीं किया अब तक ,
क्यों कि ,
जीने के लिये तो चाहिये एक अदद जीवन !
चरित्र से कुपोषित चेहरों पे ,
जीवन की नकाब ओढ़े जिंदगियों ने
सहमा दिया है !
नहीं चाहिये जीवन ऐसे माहौल में ,
पूरा का पूरा खिलवाड़ है ये जीवन ,
बिलकुल सही बता रहा हूँ मैं !
साँसों को आपत्ति नहीं होती , तो,
मैं हरगिज जान नहीं पाता ,
कि ये जीवन सारा का सारा ,
खिलवाड़ है साँसों के साथ !
अच्छा हुआ ,
मैंने जीना शुरू ही नहीं किया अब तक !!
क्यों कि ,
जीने के लिये तो चाहिये एक अदद जीवन !
चरित्र से कुपोषित चेहरों पे ,
जीवन की नकाब ओढ़े जिंदगियों ने
सहमा दिया है !
नहीं चाहिये जीवन ऐसे माहौल में ,
पूरा का पूरा खिलवाड़ है ये जीवन ,
बिलकुल सही बता रहा हूँ मैं !
साँसों को आपत्ति नहीं होती , तो,
मैं हरगिज जान नहीं पाता ,
कि ये जीवन सारा का सारा ,
खिलवाड़ है साँसों के साथ !
अच्छा हुआ ,
मैंने जीना शुरू ही नहीं किया अब तक !!
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